धड़कन गुनगुनाएं आंखों से जिगर में तीर चले। धड़कन गुनगुनाएं आंखों से जिगर में तीर चले।
उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई. उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई.
एक मुलाकात। एक मुलाकात।
तुम मेरे मीत हो, तुम ही प्रीत हो, तुम ही छंद भी, तुम ही गीत हो। तुम मेरे मीत हो, तुम ही प्रीत हो, तुम ही छंद भी, तुम ही गीत हो।
गर एक क्षण भी मिला नहीं हूँ, फिर सौ बार मिलूँगा मैं... गर एक क्षण भी मिला नहीं हूँ, फिर सौ बार मिलूँगा मैं...
पहली मुलाक़ात...! पहली मुलाक़ात...!